C3 एवं C4 पौधे के प्रमुख लक्षण और उनमें अंतर
C3 पौधे के प्रमुख लक्षण
1. प्रकाश-संश्लेषण के समय CO2 का यौगिकीकरण केवल C3 चक्र या केल्विन चक्र के द्वारा ही होता है.
2. इस चक्र का प्रथम स्थायी उत्पाद तीन कार्बन वाला (3-C) यौगिक फॉस्फोग्लिसरिक अम्ल (PGA) होता है।
3. C3 पौधों में राइबुलोज 1, 5 डाइफॉस्फेट (RuDP) के द्वारा CO2 ग्रहण की जाती है।
4. प्रकाश-संश्लेषण करने वाली पत्तियों में विसरित प्रकार का मी जोफिल ऊतक पाया जाता है तथा इनमें केवल एक ही प्रकार का क्लोरोप्लास्ट पाया जाता है।
5. इनके क्लोरोप्लास्ट में ग्रैना (Grana) पाये जाते हैं।
6. C3 पौधों में प्रकाश-संश्लेषण के लिए अधिकतम 10 से 25°C तापमान की आवश्यकता होती है।
7. C3 पौधों में प्रकाश श्वसन पाया जाता है।
8. प्रकाश संश्लेषण की दर अपेक्षाकृत कम (Less effi-cient) होती है।
9. C3 पौधों में CO2 संतुलन बिन्दु (CO2 compensation point) बहुत अधिक (50 ppm) होता है।
10. इन पौधों में CO2 की अत्यधिक मात्रा बाहर निकलती है।
11. CO2 के एक अणु के स्वांगीकरण हेतु 2NADPH2 एवं 3 ATP की आवश्यकता होती है।
12. इस चक्र में ग्लूकोज के एक अणु के निर्माण हेतु 18 ATP की आवश्यकता होती है।
13. इनमें सभी कोशिकाओं के क्लोरोप्लास्ट में PS-I एवं PS-II पाया जाता है।
C4 पौधे के प्रमुख लक्षण
1. प्रकाश-संश्लेषण के समय CO2 का यौगिकीकरण C4- डाइकार्बोक्सिलिक अम्ल चक्र या हैच एवं स्लैक पथ के द्वारा होता है। इस चक्र में C4 चक्र के साथ-साथ C3 चक्र भी क्रियाशील रहता है।
2. इस का प्रथम स्थायी उत्पाद चार कार्बन (4-C) वाला यौगिक ऑक्जेलोऐसीटिक अम्ल (OAA) होता है।
3. C4 पौधों में CO2 को ग्रहण करने वाला यौगिक फॉस्फोइनॉल पाइरुविक अम्ल (PEP) होता है।
4. इन पौधों की पत्तियों में क्रैन्ज प्रकार (Kranz type) की शरीर संरचना पायी जाती है। ऐसी पत्तियों में संवहन पूलों के चारों ओर बण्डल- शीथ (Bundle sheath) कोशिकाएँ पायी जाती हैं, जिसमें मोजोफिल ऊतकों से भिन्न प्रकार का क्लोरोप्लास्ट पाया जाता है। अर्थात् C पौधों में क्लोरोप्लास्ट द्विरूपी (Dimorphic) होता है।
5. C4 पौधों की पत्तियों की बण्डलशीथ कोशिका में उपस्थित क्लोरोप्लास्ट में ग्रैना का अभाव होता है, जबकि मीजोफिल क्लोरोप्लास्ट में ग्रैना उपस्थित होते हैं।
6. C4 पौधों में प्रकाश-संश्लेषण के लिए अधिकतम 30 से 45°C तापमान की आवश्यकता होती है।
7. C4 पौधों में प्रकाश श्वसन नहीं पाया जाता है।
8. प्रकाश संश्लेषण की दर अपेक्षाकृत बहुत (More efficient) होती है।
9. C4 पौधों में CO2 सन्तुलन बिन्दु अत्यन्त कम (2 to 5 or even Oppm) होता है।
10. इन पौधों में CO2 नहीं के बराबर छोड़ी जाती है।
11. CO2 के एक अणु के स्वांगीकरण हेतु 2NADPH2 एवं 5 ATP की आवश्यकता होती है।
12. इस चक्र में 30 ATP की आवश्यकता होती है।
13. इनमें बण्डलशीथ कोशिकाओं के क्लोरोप्लास्ट में PS-II अनुपस्थित होता है।