एन्जाइम के गुण ,सामान्य उत्प्रेरक एवं एन्जाइम्स में अन्तर |PROPERTIES OF ENZYMES In Hindi

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एन्जाइम के गुण ,सामान्य उत्प्रेरक एवं एन्जाइम्स में अन्तर 

एन्जाइम के गुण ,सामान्य उत्प्रेरक एवं एन्जाइम्स में अन्तर  |PROPERTIES OF ENZYMES In Hindi


एन्जाइम के गुण

उत्प्रेरक के गुण (Catalytic properties) 

  • प्रत्येक एन्जाइम एक विशेष प्रकार के जैव रासायनिक प्रतिक्रिया की दर को बढ़ाता है। उत्प्रेरक के समान ही इसकी आवश्यकता थोड़ी मात्रा में होती है। अभिक्रिया के पश्चात् एन्जाइम की संरचना प्रभावित नहीं होती। 

कोलॉइडल अवस्था (Colloidal nature) 

  • सभी एन्जाइम्स प्रोटीन के बने होते हैं एवं ये कोलॉइडल अवस्था प्रदर्शित करते हैं। ये जलरागी (Hydrophilic) होते हैं। उभयधर्मी (Amphoteric) होने के कारण ये अम्ल के साथ क्षार के समान तथा क्षार के साथ अम्ल के समान अभिक्रिया करते हैं।

 

विशिष्टता (Specificity)—

  • एक एन्जाइम एक विशिष्ट प्रकार के जैव रासायनिक क्रिया को ही उत्प्रेरित करता है। उदाहरण- सुक्रेज (Sucrase) नामक एन्जाइम सूक्रोज ( Sucrose) पर एवं लैक्टेज (Lactase) एन्जाइम लैक्टोज (Lactose) शर्करा पर ही कार्य करते हैं। 

उत्क्रमणीयता (Reversibility)- 

  • प्राय: सभी एन्जाइम्स द्वारा उत्प्रेरित अभिक्रिया उत्क्रमणीय (Reversible) प्रकृति के होते हैं। बदल देते हैंसाथ ही इन दोनों को मिलाकर सुक्रोज 
  • उदाहरण – सुक्रेज एन्जाइम सुक्रोज को तोड़कर ग्लूकोज एवं फ्रक्टोज में का निर्माण भी है। 

संवेदनशीलता (Sensitivity) 

  • सभी एन्जाइम्स ताप एवं pH के प्रति अतिसंवेदनशील होते हैं। निम्न तापक्रम से उच्च तापक्रम की ओर एन्जाइम सक्रियता धीरे-धीरे एक सीमा तक बढ़ती हैपरन्तु उच्च तापमान पर इसकी सक्रियता समाप्त हो जाती है। अधिकांश एन्जाइम 50°C पर निष्क्रिय हो जाते हैं। pH के प्रति भी एन्जाइम की इसी प्रकार की संवेदनशीलता देखी जाती है। विभिन्न एन्जाइम्स की क्रियाशीलता अलग- अलग pH पर होती है।

 

6. उच्च आण्विक भार (High molecular weight)-

  • प्रोटीन स्वभाव के होने के कारण एन्जाइम अणुओं का अणुभार कुछ हजार से लेकर कई लाख तक होता है। उदाहरण- जीवाणुओं में फेरेडॉक्सिन (Ferredoxin) का अणुभार 6000 एवं पायस्वेट डिहाइड्रोजिनेज (Pyravate dehydrogenase) का अणुभार 46,00,000 होता है।

 

7. उच्च क्रियाशीलता (Efficiency) 

  • जैव रासायनिक क्रियाओं को उत्प्रेरित करने के लिए एन्जाइम के कम हो अणुओं को आवश्यकता होती है। दूसरे शब्दों मेंएन्जाइम का एक अणु अभिकारक (Substrate) के अनेक अणुओं पर कार्य करने में सक्षम होते हैं। अभिकारक अणुओं की वह संख्या जो एन्जाइम के एक अणु द्वारा एक मिनट में परिवर्तित किये जाते हैंटर्न ओवर संख्या (Turn over number) कहलाती है। 

विभिन्न एन्जाइम्स की टर्न ओवर संख्या निम्नानुसार है- 

(i) कार्बोनिक एनहाइड्रेज -36 मिलियन

(iii) सुक्रेज अथवा इन्वर्टेज  - 10000

(ii) केटेलेज- 5 मिलियन

(iv) फ्लेवोप्रोटीन - 50

 


सामान्य उत्प्रेरक एवं एन्जाइम्स में अन्तर

(DIFFERENCES BETWEEN COMMON CATALYST AND ENZYMES)

 

सामान्य उत्प्रेरक (Common catalyst) 

1. ये एन्जाइम की तुलना में कम सक्रिय होते हैं। 

2. तापक्रम में परिवर्तन को सहन कर सकता है। 

3. pH का विशेष प्रभाव नहीं पड़ता । 

4. विषैले पदार्थों जैसे भारी धातु (Heavy metals) आदि का प्रभाव नहीं पड़ता । 

5. इनका अणुभार काफी कम होता है। 

6. इनकी प्रकृति अकार्बनिक होती है। 

7 इनके अत्यन्त छोटे सामान्यतः धातु आयन (Metal ions) होते हैं। 

8. सामान्यतः उत्प्रेरक उच्च तापक्रम एवं दबाव पर कार्य करते हैं।

 

एन्जाइम (Enzymes) 

1. उत्प्रेरकों की तुलना में एन्जाइम्स अधिक सक्रिय होते हैं। 

2. तापमान में परिवर्तन से एन्जाइम की सक्रियता प्रभावित होती है। 

3. pH के प्रति अत्यन्त संवेदनशील होता है। 

4. विषैले पदार्थों का एन्जाइम सक्रियता पर प्रभाव पड़ता है। 

5. इनका अणुभार काफी अधिक होता है। 

6. इनकी प्रकृति कार्बनिक होती है। 

7. इनके अणु आकार में बड़े एवं प्रोटीन प्रकृति के होते हैं। 

8. एन्जाइम्स सामान्य तापक्रम एवं दाब में कार्य करते हैं।

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